आईडीपीडी ने एनईईटी में अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच और छात्रों की शिकायतों के निवारण की मांग की
उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों में प्रवेश की पूरी प्रक्रिया की समीक्षा की जाए इंडियन डॉक्टर्स फॉर पीस एंड डेवलपमेंट (आईडीपीडी) ने मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एनईईटी परीक्षा में हुए घोटाले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। एनईईटी के आयोजन में अनियमितताओं ने बड़ी संख्या में छात्रों के करियर को खतरे में डाल दिया है। यह पता लगाया जाना चाहिए कि क्या पेपर लीक हुए और किसके इशारे पर? यह विश्वास करना मुश्किल है कि कई अंक पत्र फाड़े गए। इसके परिणामस्वरूप परिणाम घोषित नहीं हुए या देरी हुई। आईडीपीडी के अध्यक्ष डॉ. अरुण मित्रा ने कहा कि ऐसी परिस्थितियाँ छात्रों को अत्यधिक मानसिक तनाव में डाल देती हैं। कई छात्र एक से अधिक प्रयास करते हैं, ऐसी परिस्थितियों में वे और भी अधिक प्रभावित होते हैं। इस कम उम्र में छात्र तनावपूर्ण परिस्थितियों में चरम कदम भी उठा सकते हैं। डॉ. मित्रा ने आगे कहा कि राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए और संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रभावित छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने और जरूरतमंदों के लिए दोबारा परीक्षा जैसी राहत दी जानी चाहिए। द...