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संसदीय गरिमा पर अविश्वास।* (राज्यसभा के सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नोटिस।)

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 * राज्यसभा में सभापति के खिलाफ विपक्ष खेमे ने अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया है। भारतीय संसद के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जहां राज्यसभा में किसी सभापति के खिलाफ अविश्वास का नोटिस आया हो। दरअसल, यह मौका इसलिए सामने आया, क्योंकि सभापति के सदन में रुख से सभी विपक्षी दल नाखुश थे। विपक्ष का आरोप है कि सभापति हमेशा सत्तारूढ़ खेमे का पक्ष लेते हैं और विपक्ष की आवाज दबाते हैं। विपक्ष आसन को निष्पक्ष देखना चाहता है, लेकिन पिछली लोकसभा के बाद जब 18वीं लोकसभा में भी राज्यसभा में चीजें नहीं बदलीं तो पिछले सत्र में प्रस्ताव लाने की चर्चा चलाकर विपक्ष ने कोई कड़ा कदम उठाने का संदेश देने की कोशिश की। प्रियंका 'सौरभ' संसद में पीठासीन अधिकारियों की भूमिका तटस्थता बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए महत्त्वपूर्ण है कि संसदीय कार्यवाही निष्पक्ष और निष्पक्ष तरीके से संचालित हो। हाल ही में, विपक्ष ने राज्यसभा के सभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव उठाया, जिसमें उन पर पक्षपात करने का आरोप लगाया गया। यह स्थिति लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की अखंडता के लिए प्रमुख नेतृत्व भूमिकाओं में निष्पक्षता ...

एक देश-एक चुनाव पर न्याय संगति व न्याय-प्रिय-बैलेट-पेपर को हँसी आती है

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  *एक देश-एक चुनाव पर न्याय संगति व न्याय-प्रिय-बैलेट-पेपर को हँसी आती है क्योंकि मौलिक-अधिकार का कत्लेआम बाबरी-मस्जिद कि तरह काँग्रेसी EVM देवता यंत्र हर चुनाव में डंके कि चोट पर करते आ रहा है जिसका जवाब BSP आदि जैसी भीमवादी पार्टियों के पास है EVM का इलाज 1-1-1818-भीमा-कोरेगाँव भी है आज EVM को दफन करके बैलेट-पेपर से चुनाव कराने कि जरूरत है जिससे आज के नेताओ को वोट कि कीमत मालूम हो सके जनता कि वोट वाली सरकार हिन्दू-मुस्लिम-सिख-ईसाई-बौद्ध-पारसी-लिंगायत-जैन आदि से प्यार करती है तथा EVM वाली सरकार को किसी से मोहब्बत नही है क्योंकि हर चुनाव के रिजल्ट के बाद EVM पर अंगुली उठती है और छोटे-छोटे गैर-मान्यता-प्राप्त राजनैतिक-दल तो इस EVM के रहते राजनीति के क्षेत्र मे पनप नही सकते है बहुजन हसरत पार्टी BHP देशहित-जनहित में सभी से तर्क करने कि अपील करती है 9819316944*

मेरठ जिलाध्यक्ष अवनीश काजला के बारे तथ्य प्रस्तुत करते हुए अपनी शिकायत पार्टी हाई कमान को सोंपी l

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   सरधना (मेरठ) कांग्रेस नेता जितेंद्र पांचाल ने दिल्ली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी कार्यालय जाकर मेरठ जिलाध्यक्ष अवनीश काजला के बारे तथ्य प्रस्तुत करते हुए अपनी शिकायत पार्टी हाई कमान को सोंपी l उनके साथ कांग्रेस के दर्जनों लोग व अधिवक्ता भी रहे l  उन्होंने राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, राष्ट्रीय सचिव विदित चौधरी, प्रदीप नरवाल सहित कई राष्ट्रीय नेताओं से वार्ता की तथा अवनीश काजला द्वारा किये गए दुर्व्यवहार व गाली गलोच करने की सबूत सहित शिकायत करते हुए न्याय की मांग की तथा अवनीश काजला को पद से हटाकर उसके विरुद्ध दण्डात्मक कारवाही की मांग की l,,    राष्ट्रीय नेताओं द्वारा उन्हें शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया गया l सईद कुरैशी, अनीश खान, विजय चिकारा, नीरज पुंडीर , ठाकुर सुरेन्द्र सिंह, संजय गुप्ता दौराला मनोज चौधरी, अनीश अंसारी, रिजवान खान, शाहनवाज मिर्जा, सुशील कुमार खानपुर आदि कई दर्जन कांग्रेसी साथ रहे तथा अवनीश काजला को पार्टी से बाहर करने की बात कही l

मुस्लिम मजलिस पार्टी के प्रत्याशी ज़मीरुद्दीन अहमद लोकसभा क्षेत्र 64 गोरखपुर के चुनाव को रद्द कराने को उच्च न्यायालय में दाखिल करेंगे याचिका।

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बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए लखनऊ से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट। मुस्लिम मजलिस के प्रत्याशी ज़मीरुद्दीन अहमद का गोरखपुर में नामांकन रद्द किया जाना लोकतंत्र में लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है, नदीम सिद्दीकी  लखनऊ, लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के अंतिम चरण में होने वाले चुनाव लोकसभा क्षेत्र 64 गोरखपुर से मुस्लिम मजलिस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी ज़मीरुद्दीन अहमद सहित 19 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र रिटर्निंग ऑफिसर गोरखपुर द्वारा ख़ारिज किये गए,जिस‌ पर मुस्लिम मजलिस के प्रत्याशी ज़मीरुद्दीन अहमद का आरोप है की 7 मई से 10 मई तक नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों को मौखिक शपथ दिलाई गई, परंतु 13 मई और 14 मई को नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों को मौखिक शपथ ना दिलाकर प्रत्याशियों से यह कहना कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों से शपथ पत्र के द्वारा शपथ की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए शपथ पत्र मांगना और शपथ पत्र में त्रुटि के आधार पर नामांकन पत्र ख़ारिज करना चुनावी प्रक्रिया पर अपने आप में कई सवाल खड़े करता है, इस संबंध में गोरखपुर से आज लखनऊ आए मुस्लिम...

देश में सत्ता बदलने की आहट हुई तेज, अफ़सरों से लेकर मीडिया तक के बदलते सुर सत्ता परिवर्तन की ओर इशारा कर रहे हैं।

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बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट। लखनऊ, लोकसभा चुनाव के 4 चरण के मतदान के बाद केन्द्र से BJP की विदाई लगभग तय हो चुकी है। जैसा कि वोट का प्रतिशत और BJP के कोर वोट बैंक की उदासीनता ने BJP की नींद उड़ा कर रख दी है। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और BJP के सबसे सुरक्षित राज्य में देश में सबसे कम वोटिंग ने बता दिया है कि अब केंद्र में सत्ता परिवर्तन निश्चित है। BJP के सत्ता से दूर होने की भनक पहले अधिकारियों को और अब मीडिया को भी लग चुकी है, यही कारण है कि अधिकारियों ने जहां BJP नेताओं से दूरी बनाना शुरू कर दी है, वहीं मीडिया का सुर भी अचानक से बदलता नज़र आ रहा है।  सत्ता परिवर्तन के जो इनपुट Intelligence Bureu और अन्य ग्राउंड रिपोर्ट से सरकार के पास पहुँचे हैं, वे सब अधिकारियों के बीच चर्चा और चिंता दोनों का विषय बन गये हैं।डेपुटेशन पर दिल्ली में तैनात कुछ अफ़सरों ने डेपुटेशन समाप्त कर वापस अपने गृहराज्य में जाने का आवेदन दे दिया है। केन्द्रीय गृहमंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय से गुजरात के अफ़सरों का भी अचानक से मोहभंग हो गया है। अपने गृहराज्य गुजरात वापस जाने का आव...

नोटों पर वोट की शक्ति को मजबूत करेगा', चुनावी बॉन्ड को रद्द करने का फैसला।*

 (चुनावी बांड पर दिया गया फैसला अभिव्यक्ति की आजादी को मजबूत करता है। चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द करना लोकतंत्र की मजबूती की दिशा में पहल।) चुनाव में नियमों का उल्लंघन करके प्रत्याशी बड़े पैमाने पर काले धन का चुनावों में इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा, सभी पार्टियों को कानूनी और गैर-कानूनी तरीके से चंदा मिलता है। पार्टियों के संगठित पैसे से कॉरपोरेट ऑफिस, चार्टर्ड फ्लाइट, रोड शो, रैलियां और नेताओं की खरीद-फरोख्त भी होती है। बोहरा कमेटी की रिपोर्ट में नेता, अपराधी और कॉरपोरेट्स की मिलीभगत को लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा संकट माना गया था।  दिवालिया कानून की आड़ में अनेक कंपनियां सरकारी बैंकों का पैसा हजम कर रही हैं। ऐसी कंपनियों को चुनावी बॉन्ड की आड़ में फंडिंग की इजाजत देना देश के खजाने की लूट ही मानी जाएगी।    एक बेहतर समाज बनाने के लिए हमें उनकी समृद्ध लोकतांत्रिक परंपराओं को भी अंगीकार करने की जरूरत है।  यह ऐतिहासिक फैसला लोकतंत्र को मजबूत बनाने में मील का पत्थर बन सके, इसके लिए पार्टियों और नेताओं द्वारा पारदर्शी फंडिंग पर अमल जरूरी है।    *-प्रिय...

मुलायम के नक्शे कदम पर चलकर मुस्लिम नुमाइंदगी पार्लियामेंट में खत्म कर रहे हैं अखिलेश यादव?

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 बरेली, समाजवाद के अलमबरदार मुलायम सिंह यादव जिसने चंद्रशेखर के साथ जिंदगी भर साथ न छोड़ने की क़सम खाकर  अपनी सरकार ही नहीं बचाई थी बल्कि भाजपा के लिए पूरा माहौल भी तैयार कर दिया था, 91 के चुनाव में उन्हीं की पार्टी समाजवादी जनता पार्टी के बैनर तले एवं सजपा के चुनाव चिन्ह चक्र में हल धरे किसान पर ही चुनाव लड़ा, Mustaqim Mansoori  चुनाव में जहां केंद्र में कांग्रेस सरकार बनी वहीं उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बन गई, क्योंकि मुलायम सिंह चाहते भी यही थे, उत्तर प्रदेश से कांग्रेस को दूर रखना और खुद को स्थापित करने के लिए इसके अलावा कोई और रास्ता था ही नहीं, मुलायम सिंह के करीबी या ज्यादा जो साथ रहे हैं, वह सब जानते हैं मुलायम का कहना था या तो हम या भाजपा, क्योंकि अगर कोई और पार्टी आई तो हम 15 साल पिछड़ जाएंगे, इसी के तहत मुलायम की राजनीति सांप्रदायिकता के इर्द-गिर्द घूमती रहती थी, इसका सीधा-सीधा फायदा या तो भाजपा को होता था या फिर सपा को यही कारण है कि सपा सरकार में दंगों का रास्ता खुला रहता था, और एक तरफ खुली छूट होती थी, 1990 से लेकर अब तक का रिकॉर्ड तो यही बताता है, चंद्रशे...

72 साल के भेदभाव और अन्याय के विरोध और धर्म के आधार पर भेदभाव वाले अनुच्छेद 341 के विरुद्ध दिया गया धरना

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 नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर) राजधानी दिल्ली में आज अनुच्छेद 341 के ख़िलाफ़ मुस्लिम और ईसाई दलितों का संयुक्त विरोध-प्रदर्शन, काउंसिल ऑफ दलित क्रिश्चियन, जमीयत उलमा-ए-हिंद, कैथोलिक बिशप कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया, नेशनल काउंसिल ऑफ चर्चेज ऑफ इंडिया के नेतृत्व में  किया गया। जिसमें अनेक धार्मिक विद्वानों ने भाग लिया। कहा गया कि अनुसूचित जाति आदेश, 1950 के पैरा 3 के तहत धर्म के आधार पर ईसाईयों और मुसलमानों को अनुसूचित जातियों के अधिकारों और छूट से वंचित कर दिया गया है। यह आदेश 10 अगस्त 1950 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा जारी किया गया था। यह एक धर्मनिरपेक्ष देश में घोर अन्याय और धर्म के आधार पर भेदभाव है और भारत के संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ भी है। हालांकि इस आदेश के पैरा 3 में क्रमशः 1956 और 1990 में संशोधन किया गया ताकि अनुसूचित जाति के भीतर सिखों और बौद्धों को अनुसूचित जाति के अधिकार प्रदान किए जा सकें लेकिन फिर भी ईसाइ और मुसलमान अभी भी इससे बाहर हैं। यही कारण है कि अनुसूचित जाति के ईसाई और मुसलमान 10 अगस्त को ’ब्लैक डे’ या ’राष्ट्रीय विरोध दिवस’ के रूप में मनाते हैं। दलित ईसाइ...

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के सहयोग से उत्तर प्रदेश में भाजपा लगातार हो रही है मज़बूत, आखिर क्यों ?

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बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए मुस्तकीम मंसूरी की खास रिपोर्ट लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भाजपा को प्रचंड बहुमत हासिल होने में सपा और बसपा की भूमिका को गौर करें तो वर्ष 2007 से 12 तक मायावती ने उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली जिसमें उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहते मायावती पर भ्रष्टाचार के कई आरोप प्रत्यारोप सपा और भाजपा द्वारा लगाए गए, उसके बाद 2012 के चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में सपा को पूर्ण बहुमत देकर उत्तर प्रदेश की सत्ता मुलायम सिंह को सौंप कर मायावती को सत्ता से बेदखल कर दिया, यहां गौरतलब है की उत्तर प्रदेश की जनता ने 2012 के चुनाव में मुलायम सिंह के चेहरे पर वोट किया था, ना कि अखिलेश यादव के चेहरे पर परंतु मुलायम सिंह ने अपनी विरासत अपने पुत्र अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बना कर उनके हवाले कर दी, अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले मुलायम परिवार में सियासी तौर पर मुलायम के उत्तर अधिकारी शिवपाल सिंह यादव ने बगावत कर अखिलेश यादव को नेता मानने से इनकार कर अपनी अलग पार्टी बना प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया बना ली, और समाजवादी...

भजपा का खौफ़ दिखाकर मुसलमानों का वोट पाने वाले अखिलेश यादव ने मुसलमानों के साथ किया धोखा और यादवों को दिया भरपूर मौक़ा,

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  बेताब समाचार एक्स्प्रेस के लिए मुस्तक़ीम मन्सूरी की रिपोर्ट,  लखनऊ, समाजवाद के अलमबरदार जातिवाद, परिवारवाद के खिलाफ और सबके लिए समान अधिकार की बात करने वाले अखिलेश यादव पर यादव वाद के आरोप लगने लगे हैं, की विधानसभा चुनावों में मुस्लिम मतदाताओं ने अखिलेश यादव की पार्टी सपा को एक तरफा वोट दिए, परन्तु जब बात एम एल सी बनाने की आई तो अखिलेश यादव ने पूरी तरह यादव वाद अपनाते हुए जातिवाद का चश्मा पहनकर 35 में से 16 यादवों को प्रत्याशी बना दिया, अखिलेश यादव के यादव वाद पर बसपा ने कुछ इस तरह चुटकी लेते हुए कहा की मुस्लिम मतदाता अगर इसी तरह सपा को वोट देते रहेंगें, तो समाजवादी पार्टी इसी तरह यादवों को आगे बढ़ाती रहेगी, आपको बताते चले राजनीतिक जानकारो का मानना है, कि उत्तर प्रदेश में मुस्लिम मतदाताओ ने अखिलेश यादव पर पूरा भरोसा किया और एक तरफा वोट सपा को दिए हैं, परन्तु अखिलेश यादव मुस्लिमो को प्रतिनिधित्व नहीं दे पा रहे हैं, यदि मुस्लिम मतदाता सपा से खिसक गया तो सपा की हालत भी बसपा की तरह ही हो जाएगी, जब भाजपा दावा करती है कि मुस्लिम महिलाओं ने हमें वोट दिया है, तो यह बात सुनकर अपने आप...

राजनीति नही व्यवस्था परिवर्तन के लिए 49 मेरठ दक्षिण विधानसभा की आवाम का शुक्रिया--गादरे*

राजनीति नही व्यवस्था परिवर्तन के लिए 49 शहर विधानसभा की आवाम का प्यार देने के लिए शुक्रिया बहुजन मुक्ति पार्टी के मुझको साथ, वोट और सपोट किया। मैं खास तौर पर अपनी पार्टी एवं ए आइ एम आइ एम के लोगो पदाधिकायो ओर अपने दोस्तों साथियो का कर्ज़दार हूँ। जिन्होंने इस इलेक्शन में दिलो जान से मेहनत की हमे लगभग 15 दिन का वक़्त मिला जो एक चैलेंज था। विधानसभा चुनाव के लिए लेकिन साथियो ने इस चैलेंज को कबूल किया।                     हमारी लड़ाई हार जीत से ज्यादा हिस्सेदारी ओर वजूद की है। जो आगे भी जारी रहेगी। नतीजा कुछ भी हो हमे परवाह नही।  हमे फख्र रहेगा! हमने आंधियो में चिराग जला दिया और लोगो को राह दिखाई। हमारे  समाज मे हमारे अपने कुछ खुदगर्ज लोग समाज को गुमराह कर रहे। जो कुछ लोग कुछ असामाजिक तत्व प्रवृत्ति के लोग जाहिलियत से दलाली करने के लिए समाज को दूषित कर रहे हैं। कुछ लोग समाज के ठेकेदार बनकर समाज को सही दिशा देने के बदले जमीनदोज करने की भूमिका निभा रहे हैं। आज जबकि सही दिशा नही व्यवस्था परिवर्तन के लिए सही विचार धारा से जुड़कर परिवर...

*काँग्रेसी EVM देवता यंत्र से देश को बचाना हो तो 1857 जैसी क्रांति लानी होगी*

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*नोट:--इस परिपेक्ष में सपा-प्रसपा-शिवसेना-मनसे-तेजस्वी यादव-तेजप्रताप यादव कि नूरा-कुश्ती वाला खेल व जनता को उल्लू बनाओ अभियान केंद्र में पंडित पुजारी कि काँग्रेस-BJP के अलावाँ किसी तीसरी पार्टी कि सरकार न बनने पावे उसे रोकने के लिए पंडित पुजारी कि पार्टी काँग्रेस-BJP कि सरकार हर समय केंद्र में बनती रहे उसके लिए सारा खेल खेला जा रहा है परन्तु न जाने काँग्रेस-BJP कि चाल अन्य बड़े दल के अम्बेडकर-वादी छुट भैये अवसरवादी नेताओ के समझ मे क्यों नही आ रही है या अन्य बड़े दल के नेता समझकर भी कुछ समझना नही चाहते है BSP कि मुखिया भीमवादी दलित शेरनी बहन मायावती जी तो काँग्रेस-BJP कि घटिया चाल से बखूबी वाकिफ है परन्तु अकेली होने के बाद भी काँग्रेस-BJP का अंत करने मे सक्षम मे परन्तु EVM-कोलजियम उन्हे भी धूल चटाने मे सफल होते चले जा रहा है आओ इसका सच जानते है* *(1)--बाबा-साहेब के आदेश अनुसार OBC के उत्थान के लिए SC ST भाईयों कि भाँति OBC भाईयों को भी लोकसभा-राज्यसभा-विधान सभा तथा विधान परिषद आदि में राजनैतिक आरक्षण देने के लिए तथा संविधान के आर्टिकल 340 कि रक्षा करने के लिए MUSLIM SC ST OBC शूद्र कला...

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और तीव्र बिजली संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की, इसे केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और केंद्र सरकार की कुल विफलता बताया।

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  कांग्रेस चाहती है कि परिसीमन आयोग का मसौदा प्रस्ताव तत्काल सार्वजनिक किया जाए। इश्फाक वागे की रिपोर्ट  जम्मू, 20 दिसंबर : कांग्रेस ने आज जम्मू-कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में बिजली संकट पर गहरी चिंता व्यक्त की और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन और केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार किया।  ब्लैक आउट के कारण लोगों की अब तक की सबसे बुरी पीड़ा के लिए। संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जेकेपीसीसी के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष श्री रमन भल्ला, मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा, महासचिव श्री योगेश साहनी और टी.  मनमोहन सिंह ने पूरे केंद्र शासित प्रदेश में बिजली और पानी के संकट से निपटने में पूरी तरह विफल रहने के लिए प्रशासन पर निशाना साधा। उन्होंने इसे अब तक का सबसे खराब संकट करार दिया, जिससे सभी नागरिकों विशेषकर वृद्ध और बीमार लोगों को भारी कठिनाई हुई।बिजली के निजीकरण का विरोध करते हुए, जेकेपीसीसी के नेताओं ने इसे लंबे समय में गरीब उपभोक्ताओं के समग्र हितों के खिलाफ करार दिया क्योंकि आम लोग बिजली की दरों को वहन करने में सक्षम नहीं होंगे।  उन्होंने बिजली विभाग के आंदोलनकारी ...

रईस सलमानी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ ब्लॉक अध्यक्ष और साबिर जिला सचिव युवजन सभा मेरठ मनोनित

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 Report By: Mairaj Fatima  आज कस्बा हर्रा में समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ अध्यक्ष मनोज सैनी जी ने रईस सलमानी को ब्लॉक अध्यक्ष सरूरपुर मनोनीत किया और साबिर को जिला सचिव युवजन सभा मनोनीत किया इस अवसर पर मनोज सैनी जी ने सभा को संबोधित किया और आने वाले चुनाव की चर्चा की।   इस अवसर पर आबिद चौहान ,अब्दुल्ला चौहान, अल्ताफ ,डॉ रिजवान, शौकीन सलमानी, सलीम, यूनुस, आस मोहम्मद सलमानी ,नफीस सलमानी, इरफान,शौकीन और दिलशाद अल्वी उपस्थित रहे। दिलशाद अल्वी और नफीस सलमानी ने मनोज  सैनी जी का माला पहनाकर स्वागत किया।  ब्लॉक अध्यक्ष श्री रईस सलमानी को अध्यक्ष जी ने अवगत कराया समाजवादी पार्टी की नीतियों से जन-जन को अवगत कराना और सपा की सरकार बनाने के लिए लगातार प्रयास करना है हमारा और तुम्हारा लक्ष्य है। डॉ मनोज सैनी जिला अध्यक्ष राज कुमार प्रधान प्रदेश सचिव, भजन सिंह वर्मा विधानसभा अध्यक्ष सरधना, डॉक्टर चंद्रपाल सैनी जिला महासचिव, डॉक्टर अनीस अहमद जिला सचिव ने भी अपने अपने विचारों से सभा को संबोधित किया। सभा का संचालन डॉक्टर रिजवान ने किया

समाजवाद का मुखौटा किस्त नंबर (6) मुस्तकीम मंसूरी

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मुस्तकी़म मंसूरी   .....कोई भी पार्टी, इतनी सीटें नहीं ला सकी जिससे वह सरकार बना पाती, तभी प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया दौराने राष्ट्रपति शासन सभी कथित धर्मनिरपेक्ष पार्टियां काफी प्रयासरत रही, की प्रदेश में एक सेकुलर सरकार का गठन हो जाए, मगर समाजवाद के अलमबरदार ने इस पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई जानते हैं क्यों? क्योंकि कई दलों ने यह प्रस्ताव रखा था कि किसी मुस्लिम को मुख्यमंत्री बना दिया जाए और सारे दल मिलकर उसका समर्थन करें इस पर भी बसपा सुप्रीमो का तुरंत बयान आया कि हम तैयार हैं,  कांग्रेस एवं जनता दल नेताओं ने तो कुछ नाम भी सुझाए जिसमें सरे फेहरिस्त मोहम्मद आजम खान, सलीम शेरवानी, मोहसिना किदवई, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, आदि के नाम उछले जैसे ही यह नाम सामने आए इस समाजवाद के ठेकेदार को मानो सांप सूंघ गया और अपनी फितरत के अनुसार तुरंत फरारी अख्तियार कर खामोशी लाद ली, उसके काफी दिनों बाद बसपा सुप्रीमो मायावती जी का एक बयान आया कि अगर भाजपा ब्रह्मदत्त द्विवेदी को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए, तो बसपा समर्थन दे सकती है यह बयान का आना की राजनीतिक भूचाल आ गया एक सप्ताह भी नह...

कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी के नेतृत्व में प्रदेश में निकाली जा रही प्रतिज्ञा यात्रा का महानगर कांग्रेस अध्यक्ष अजय शुक्ला के नेतृत्व में जगह जगह किया गया जोरदार स्वागत।

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  बेताब समाचार एक्सप्रेस के लिए बरेली से मुस्तकीम मंसूरी की रिपोर्ट कांग्रेस पार्टी द्वारा घोषित 7 सूत्रीय प्रतिज्ञाओं उनके साथ कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में उतर रही है, अजय शुक्ला बरेली, 29 अक्टूबर को कांग्रेस प्रतिज्ञा यात्रा के बरेली आगमन पर जगह जगह भारी स्वागत हुआ। ।जिसका महानगर कांग्रेस कमेटी बरेली के तत्वावधान एवं महानगर अध्यक्ष अजय शुक्ला के नेतृत्व में पूरे महानगर में यात्रा निकालकर एवं उसका भव्य स्वागत किया गया। पूरे शहर में यात्रा निकालकर अम्बेडकर पार्क में एक सभा का आयोजन किया गया।यात्रा का नेतृत्व राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने किया।तथा उनके साथ विवेक बंसल,जितेंद्र बघेल प्रदीप माथुर जी एवं अन्य तमाम बड़े नेता मौजूद रहे,जिनका फूल माला पहनाकर स्वागत किया। राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने यात्रा के दौरान संबोधन में बताया पिछले दिनों कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी जी के नेतृत्व में पूरे प्रदेश में प्रतिज्ञा यात्रा का आयोजन किया गया है, जिसमें कांग्रेस पार्टी द्वारा घोषित 7 सूत्रीय प्रतिज्ञाओं के साथ कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में उतर रही है,...