अभिनेता और निर्देशक अजय देवगन की फिल्म थैंक गॉड पर प्रतिबंध लगाने के लिए दीपमाला श्रीवास्तव ने सुप्रीम कोर्ट में दायर किया मुकदमा
नई दिल्ली (अनवार अहमद नूर) देश भर में अजय देवगन की फिल्म थैंक गॉड को रिलीज़ होने से पहले ही प्रतिबंधित करने की मांग उठ खड़ी हुई है। और देश के विभिन्न भागों से इसके ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन, ज्ञापन पत्र और विरोध मार्च निकालने की ख़बरें आ रही हैं। लेकिन अब श्रीचित्रगुप्त वेलफेयर ट्रस्ट की मुख्य ट्रस्टी श्रीमती दीपमाला श्रीवास्तव ने फिल्म थैंक गॉड पर प्रतिबंध लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया है और मांग की है कि इस फिल्म को तुरंत प्रतिबंधित किया जाए, क्योंकि इसमें अभिनेता व निर्देशक अजय देवगन ने कायस्थ समाज के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त जी का अपमान करते हुए उनके चरित्र को हास्यास्पद रूप में प्रस्तुत किया है जो कायस्थ समाज की ही नहीं बल्कि पूरे हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। श्रीमती दीपमाला श्रीवास्तव ने इस संबंध में बताया कि अजय देवगन के अभिनय और निर्देशन में बनी फिल्म थैंक गॉड में भगवान श्रीचित्रगुप्त जी के अपमान और हास्यास्पद रूप में प्रस्तुत किए जाने पर, पूरे कायस्थ समाज में रोष व्याप्त है और इसको लेकर हम सुप्रीम कोर्ट में पहुंचे हैं कि इस फिल्म से पूरे हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंच रही है इसलिए इसको रिलीज़ होने से रोका जाए। उन्होंने कहा कि अजय देवगन ने थैंक गॉड फिल्म में कायस्थ समाज के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त जी के ऊपर जिस तरीके से अभद्र टिप्पणी की है और उनको हास्यास्पद और अपमानजनक रूप में प्रस्तुत किया है वह असहनीय है और इससे न केवल कायस्थ समाज बल्कि पूरे हिंदू धर्म के लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कार्य अभिनेता अजय देवगन ने किया है। इसलिए हम देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट में पहुंचे हैं कि इस फिल्म को रिलीज़ होने से तुरंत रोका जाए और हिन्दू धर्म के लोगों की भावनाओं को आहत होने से बचाया जाए। बताया जा रहा है कि यह फिल्म 24 अक्टूबर को रिलीज़ होने वाली है।
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