डिलीवरी के दौरान बच्चे का सर धड़ से अलग मामले में डॉक्टर का बयान



महबूबनगर : जिले के अच्चमपेट कम्युनिटी अस्पताल में डिलीवरी के लिए आई गर्भवती महिला के प्रसव के दौरान शिशु का सिर अलग होने की घटना में नया मोड़ आया है। डॉ सुधारानी ने मीडिया से कहा कि इस मामले में उसका कोई लेना-देना नहीं है। मुझे अकारण ही निलंबित किया गया है।









उन्होंने कहा कि स्वाति डिलीवरी को आई इस बारे में मुझे बिल्कुल मालूम नहीं है। उस दिन ड्यूटी पर डॉ तारा सिंह और डॉ सिराज थे। इन दोनों सी स्वाति की डिलवरी की है। डिलवरी में मेरी कुछ भी भूमिका नहीं है। तारा सिंह और सिराज के कारण ही यह घटना घटी है। मगर मुझे बलि का बकरा बनाया गया। इतना ही नहीं शिशु के सिर को छिपाने की जानकारी भी मुझे नहीं है। मेरी गलती सिर्फ यह है कि उस दिन ड्यूटी पर होने की बात मैंने स्वीकार की है। ऐसा मैं उनके कहने पर ही ड्यूटी पर होने की बात स्वीकार की है। मगर स्वाति की डिलवरी के बारे में मैं कुछ भी नहीं जानती।


सुधारानी ने कहा कि एक महिला चिकित्सक होने के नाते मुझे एक योजनाबद्ध तरीके से इस मामले में फंसाया गया है। इस मामले की जांच करने पर ही सच का पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि डॉ तारा सिंह और डॉ सिराज के कारण शिशु का सिर धड़ से अलग हुआ है। उनके कारण स्वाति की हालत चिंताजनक बनी हुई है।







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